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ॐ जय बाणेश्वरी माता, हाथ जोड़ हम तेरे द्वार खड़े |
धूप दीप भोग लेकर हम, माँ बाणेश्वरी की भेंट धरे ||

कुलदेवी गुहिल क्षत्रियन की, हो खुश हम पर कृपा करें |
माँ बाणेश्वरी को नमन हमारा, कष्ट हमारे मात दूर करें ||१||

तज पाटण आप मेवाड़ पधारी, धन्य हुए हम सब सूत तेरे |
कुल कल्याण करने को, माँ तुमने ही विविध रूप धरे ||

कृपा वृष्टि करो हम पर माँ, तव कृपा से वंश बेल फरे |
दोष न देख अपना लेना, अच्छे-बुरे पूत हम तव रे ||२||

बुद्धि विधाता तुम कुलमाता, हम सब का उद्धार करे |
तेरे चरणों का लिया आसरा, तेरी कृपा से सब काज सरे ||

बाँह पकड़कर आप उठाओं, हम तेरी शरण आन पड़े |
जब भीड़ पड़े भक्तों पर, तब मात निज हाथ माथ धरे ||३||

माँ बाणेश्वरी की आरती जो गावे, माता उसके घर भण्डार भरे |
दर्शन तांहि जो कोई आवे, माता उसकी मंशा पूर्ण करे ||

कुलदेवी को जो कोई ध्यावे, माँ उसके कुल में वृद्धि करे |
कलि में कष्ट मिटेंगे सारे, माँ की जो जय-जयकार करे ||४||

ॐ जय बाणेश्वरी माता, हाथ जोड़ हम तेरे द्वार खड़े |
धूप दीप भोग लेकर हम, माँ बाणेश्वरी की भेंट धरे ||

श्री बाण माताजी सेवा संस्थान

पता

चित्तौड़गढ़ किला गांव, चित्तौड़गढ़, राजस्थान 312001

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